Saturday, May 23, 2009

आणु छौ मी,!

रख धीरज मेरी जुगुनी, झट त्वैमु आलु मी,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

छोडी छाडीक आणु छौ मी, तु उदास ह्वाई ना,
जल्दी होली भेंट हमारी, तु या आस ख्वाई ना,

धर्यु क्या च यी नौकरी मा, त्वै मु ही रालु मी,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

डाण्डा मा मरोडी बणौला, कूडी एक छज्जादार,
मोरी ह्वाली, चौ-तर्फ़ी, चौडी डिन्डाली वार-पार,

बौन्ड-ओब्रि, मोर-संघाड, पर नी होलु तालु क्वी,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

गला की त्वै तै हैन्सुली लालु, अर कानु की मुर्खली,
गौडी राली चौक मा, बाच्छी गुठ्यारा बुर्कुली,

मेला मा छन्छेडी परोसी, पात्ति मा मालु की,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

पुन्गडी मा ग्यों-जौ बुतला, सगोडी मा रयांस,
बांज की लाखुडी मेट्ला, अर बिट्टा परौ घास,

ठन्डी-ठन्डी हवा खाला, घणा कुलैं का डालु की,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

झंगोरु कूठी उर्ख्यालामुंद, ग्यों पिसौला जान्द्री मा,
साट्टी धारी कुठारिमुन्द, जौ सुखौला मान्द्री मा,

पोथ्लियोन सैरु भर्यु रालु, ऐंच धुर्पालु भी,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

पाणी प्योला धारा कु, गौडी-बाच्छी कूली मा,
अर टन्न करी सेंयां राला, परालै की पूली मा,

द्वी तरैका फूल उगौला गोरू भी अर कालु भी,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

ये बिराणा देश की, भाड मा ग्यै या नौकरी,
अप्णा देश बैठीकी, करला अप्णी चाकरी,

कब तकै युंकी सूणा, द्वी कौडी का लाल्लु की,
लगदु नी च त्वै बिगर, यख यु मेरु बालु जी,

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