माया, धन-दौलत, सोहरत
घौर, जनानी, बाल-बच्चा
क्य नि छौ,
सब्भी धाणी छौ आफु मू !
पर उ दाना-सयाणोंन ठीकी बोली
कि जब ख़जेणा दिन औंदन त
मवासी पर कांडा लग जान्दन !
एकी दगडी जब एगी धीत नी भरे,
पचास -पचास रखिन नौकरी परैं !
और-त-और जनानी की भी नी धरे,
इना कांडा लगींन एगी मवासी परैं !!
बहुत बढिया दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
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