ब्याली छौ वेलेंटाइन डे !
लोग प्रेम-दिवस भी बोल्दन
ये तै चुची हे !
लोग प्रेम-दिवस भी बोल्दन
ये तै चुची हे !
त्वे मिलणकू जालु सोच्णु रैयूं,
पर कै वजेसी ऐ नी पैयूं,
जाण्दु छौ त्वे गुस्सा होलू औणु,
कि यू सुद्दी-मुद्दी बाना बणाणु,
सच्ची, ऐ तेरी सौं,
झूठ नी बोल्णु छौ।
तू जाण्दी छै
मैं झूठा कसम नि ख़ादू ,
मज़बूरी नी होंदी त
मैं जरूर आंदु।
तु जिकुड़ी न झुरौ,बैसाख आण लग्यु
मैं जरूर औलु,
बिखोत का मेळा घुमालु,
वै वक्त मी त्वे अप्णि बात बतालु,
तब जैकी त्वे मी परैं यकीं आलू।
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