Saturday, August 25, 2012

कांडा !


माया, धन-दौलत, सोहरत
घौर, जनानी, बाल-बच्चा 
क्य नि छौ,   
सब्भी धाणी छौ आफु मू !
पर उ दाना-सयाणोंन ठीकी बोली
कि जब ख़जेणा दिन औंदन त 
मवासी पर कांडा लग जान्दन !


एकी दगडी जब एगी धीत नी भरे,
पचास -पचास  रखिन नौकरी परैं !
और-त-और जनानी की भी नी धरे, 
इना कांडा लगींन एगी मवासी परैं !!

1 comment:

  1. बहुत बढिया दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें

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