Thursday, July 4, 2013

होण लग्युं भारत निर्माण !









सोचि-सोचिकीतैं सूखिगेछा जब वीँका प्राण,  
निम्दैरी मा बैठीकि, बोड़ी लगीं छै बरणाण। 
कन निर्बिजु ह्वे बोला दूं ये निर्भागी सरगौकू, 
न बौण जाणकू रै, न डोखरी-पुंग्डियो धाण।      
चूचौं,कन अचांणचक या ळोळी प्रलय आई, 
छोड-पुंगडि गैन बौगी,अब हमुन क्य खाण।
मुन्ड़ेली मा बैठी बोड़ा हुक्का छौ गुगणाणू,
कूड़ा ढीस्वाळ एक हैलिकॉप्टर लगी उड़ाण। 
बोडन बोडी तै आँख मारी,हैलिकॉप्टर दिखै,
अर मुसकरैक बोली; हो रहा भारण निर्माण।।   


1 comment:

  1. हैलिकॉप्‍टर में उड़िकिता हि भारत निर्माण हूंणूंच ये देशाकु।

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