Tuesday, February 12, 2013

बिजोक पडी ज़माना उन्द !


यूं  परैं इनु लगी बथों 
फैशनौ कु, मन्ख्यों की 
कुछ नी रैगि अब पछ्याण च,
बिन बच्ळाया त 
इन्भी पता नि चल्दु
कि ई कजै च या कज्यांण च।

बॉबकट,बैल्बौटम,
जींस,कैफ्री,टी-शर्ट, 
सब्बु की छन वी इखारी थेक्ली,
पक्यां आमु मा सी तौङ्गु हिट्णु 
तब देखा, जब तौं परै जू कैन देखिली।

इनुच खाण-पकौण कु तौंकू सगोर ,
खाणौ मा औंदी कच्यांण च,  
यूं  परैं इनु लगी बथों 
फैशनौ कु, मन्ख्यों की 
कुछ नी रैगि अब पछ्याण च !
  
काम का नौ पर हौड नी फर्कण  
घौर मा चौका-पोचा कु रखीं मेड, 
देह डिल-डौल न हो डाइटिंग चल्दी,
अर खाणौ मा सब्बी धाणी रेडीमेड। 

दाळ-रोटी-काफ्ली त कैन खांण,      
हौट डॉग, बर्गर,पीजा मा पराण च,  
यूं  परैं इनु लगी बथों 
फैशनौ कु, मन्ख्यों की 
कुछ नी रैगि अब पछ्याण च।          

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